क्या आप SBI Clerk नौकरी का सपना देख रहे हैं? तो सही जगह पर आए हैं। यहाँ हम आपको परीक्षा का पूरा नज़रिया, तैयारी का लाइट‑फ़ास्ट तरीका और कुछ काम‑चलाऊ टिप्स देंगे, जिससे आप अपना लक्ष्य जल्दी पकड़ सकेंगे।
SBI Clerk परीक्षा दो चरणों में होती है – क्रमशः लिखित परीक्षा और इंटरव्यू/डॉक्युमेंट वैलिडेशन। लिखित परीक्षा में दो पेपर होते हैं:
दोनों पेपर में प्रत्येक सही उत्तर के लिए 1 मार्क और गलत उत्तर पर कोई नेगेटिव मार्क नहीं। इसलिए आप हर प्रश्न का जवाब देने की कोशिश करें।
1. **सिलेबस को छोटे‑छोटे टॉपिक में बाँटें** – हर दिन 2‑3 टॉपिक को पूरा करें। इससे आप थकेंगे नहीं और प्रगति साफ़ दिखेगी।
2. **डेमो टेस्ट से टाइम मैनेजमेंट** – हर सप्ताह कम से कम एक फुल मोको टेस्ट करें, टाइमिंग और गति पर ध्यान दें। टेस्ट के बाद हल करें, गलती वाले प्रश्नों को नोट करें।
3. **प्रभावी नोट्स बनाएं** – रीजनिंग फार्मूले, क्वांटिटेटिव फार्मुले और कंप्यूटर शॉर्टकटस को एक छोटे नोटबुक में लिखें। परीक्षा के दिन इन्हें जल्दी रेफ़र किया जा सकता है।
4. **ऑनलाइन रिसोर्सेज का सही उपयोग** – यूट्यूब चैनल, मोबाइल ऐप और सरकारी वेबसाइट से अपडेटेड प्रश्नपत्र डाउनलोड करें। लेकिन एक दो स्रोत तक सीमित रखें, नहीं तो भ्रम हो सकता है।
5. **नियमित रिव्यू** – हर दो हफ्ते अपने नोट्स को दोबारा पढ़ें और लीनियर रीविज़न शेड्यूल बनाएं। इससे भूलने की दर घटेगी।
6. **सभी सेक्शन को बराबर समय दें** – कुछ लोग क्वांट में फँस जाते हैं, पर रीजनिंग और एंग्लिश को भी नजरअंदाज़ नहीं करना चाहिए। एक हल्की टेबल बनाएं: पेपर 1 – 45% रीजनिंग, 25% एंग्लिश, 30% क्वांट; पेपर 2 – 25% कंप्यूटर, 25% GK, 25% विज्ञान, 25% संविधान।
7. **स्वस्थ रहना न भूलें** – नींद, हल्का व्यायाम और पौष्टिक भोजन से दिमाग तेज़ चलता है। परीक्षा के थकाव को रोकने के लिए छोटे‑छोटे ब्रेक रखें।
इन सभी टिप्स को अपनाकर आप न सिर्फ़ पेपर में आराम से बैठेंगे, बल्कि समय पर सभी प्रश्न हल करने की कुशलता भी हासिल करेंगे। याद रखें, लगातार प्रैक्टिस और सही योजना ही सफलता की चाबी है।
अब देर न करें, आज ही अपना दैनिक लक्ष्य सेट करें और इस गाइड को रोज़ रिफ़्रेश करते रहें। आपका SBI Clerk सपना आपका इंतज़ार कर रहा है!
SBI Clerk प्रीलिम्स 20-21 सितंबर 2025 को होगा। 100 सवाल, 100 नंबर और हर गलत जवाब पर 0.25 कटौती—तीन सेक्शन, 20-20 मिनट की फिक्स टाइमिंग। प्रीलिम्स क्वालिफाइंग है, पर सेक्शनल और ओवरऑल कट-ऑफ दोनों क्लियर करने होंगे। मेन्स के लिए शॉर्टलिस्टिंग राज्य/श्रेणीवार होती है। यहां पैटर्न, मार्किंग और तैयारी की साफ रणनीति जानें।