20-21 सितंबर को SBI Clerk प्रीलिम्स: 100 सवाल, 60 मिनट और 0.25 की सख्त कटौती
दो दिनों में 100 सवाल, हर गलत पर 0.25 नंबर की कटौती और हर सेक्शन के लिए सिर्फ 20 मिनट। यही SBI Clerk Prelims का खेल है, जो 20-21 सितंबर 2025 को ऑनलाइन मोड में आयोजित होगा। परीक्षा तीन हिस्सों में बंटी है—English Language, Numerical Ability और Reasoning Ability—और इंटरफेस बाइलिंगुअल रहता है (English/Hindi), सिवाय English सेक्शन के।
टेस्ट पूरी तरह कंप्यूटर-बेस्ड होगा। कुल अवधि 60 मिनट, और तीनों सेक्शन पर 20-20 मिनट की फिक्स्ड सेक्शनल टाइमिंग लागू रहेगी। एक सेक्शन के दौरान दूसरे में स्विच नहीं कर पाएंगे। बचे हुए सवालों पर कोई पेनल्टी नहीं—यानी अनअटेम्प्टेड पर 0 मार्क्स, न प्लस न माइनस।
मार्किंग स्कीम साफ है: सही जवाब = +1, गलत जवाब = -0.25, और छोड़े गए सवाल = 0। उदाहरण के लिए, अगर किसी ने 70 सवाल किए, जिनमें 60 सही और 10 गलत हैं, तो स्कोर होगा 60 - (10×0.25) = 57.5। मतलब स्पीड के साथ एक्यूरसी ही निर्णायक है।
सेक्शन-वाइज ब्रेकअप इस प्रकार है:
- English Language: 30 सवाल, 30 नंबर, 20 मिनट
- Numerical Ability: 35 सवाल, 35 नंबर, 20 मिनट
- Reasoning Ability: 35 सवाल, 35 नंबर, 20 मिनट
प्रीलिम्स क्वालिफाइंग स्टेज है—इसके नंबर फाइनल मेरिट में नहीं जुड़ते। इस चक्र में उम्मीदवारों को सेक्शनल और ओवरऑल, दोनों कट-ऑफ पार करनी होंगी ताकि वे मेन्स के लिए शॉर्टलिस्ट हो सकें। शॉर्टलिस्टिंग राज्य और श्रेणी के हिसाब से होती है, क्योंकि क्लर्क की नियुक्ति लोकलाइज़्ड कैडर में होती है। मल्टी-शिफ्ट परीक्षा होने पर स्कोर नॉर्मलाइज़ेशन लागू रहता है ताकि अलग-अलग शिफ्ट की कठिनाई का असर संतुलित हो।
एग्ज़ाम पैटर्न, सेक्शन-वाइज रणनीति और मेन्स की झलक
क्या-क्या पूछा जाएगा? पिछली परीक्षाओं की प्रवृत्तियों पर नज़र डालें तो प्रीलिम्स में यहां फोकस रखें:
- English Language: Reading Comprehension (तथ्य-आधारित, कभी-कभी वोकैब/इनफरेंस), Error Detection, Phrase Replacement, Cloze Test, Para Jumbles, Fillers, Word Usage
- Numerical Ability: Simplification/Approximation, Number Series (Missing/Wrong), Quadratic Equations, Data Interpretation (टेबल/बार/लाइन/पाई), Arithmetic (Percentages, Profit-Loss, SI-CI, Ratio, Mixture, Time-Speed-Distance, Time-Work, Mensuration—बेसिक)
- Reasoning Ability: Puzzles/Seating (Linear, Circular, Floor, Box Based), Syllogism, Inequality, Alphanumeric/Alphabet Series, Direction-Distance, Blood Relation, Coding-Decoding, Order-Ranking
टाइम मैनेजमेंट कैसे करें? 20 मिनट में हर सेक्शन का एक मिनी-प्लान बनाएं:
- English: पहले 2-3 मिनट स्कोरिंग टॉपिक्स (Error/Fillers/Word Usage), फिर RC पर जाएं। RC में पहले सीधे फैक्ट-बेस्ड सवाल उठाएं, वोकैब और इनफरेंस अंत में।
- Numerical: शुरुआती 6-8 मिनट Simplification/Number Series/Quadratic पर, फिर DI का आसान सेट चुनें। आख़िर में 3-4 पक्के Arithmetic सवाल पकड़ें।
- Reasoning: 1-2 आसान पज़ल्स (4-5 वेरिएबल से कम) पहले, फिर Inequality/Syllogism/Series जैसे शॉर्ट सवाल। भारी पज़ल्स को अंत में या छोड़ दें।
गेसवर्क से बचें। चार विकल्पों में से एक हट नहीं रहा, तो छोड़ देना बेहतर है—क्योंकि हर गलत 0.25 की कटौती आपका नेट स्कोर गिराती है। एक्यूरसी 85%+ रखने का लक्ष्य बनाएं।
प्रीलिम्स कट-ऑफ कैसे बनती है? ओवरऑल और सेक्शनल दोनों कट-ऑफ बैंक तय करता है और यह राज्य, श्रेणी और शिफ्ट-नॉर्मलाइज़ेशन के बाद तय होती है। बड़े और हाई-कम्पटीशन राज्यों (जैसे यूपी, बिहार, राजस्थान, महाराष्ट्र) में ओवरऑल कट-ऑफ आम तौर पर ऊंची रहती है, जबकि नॉर्थ-ईस्ट के कुछ राज्यों में अपेक्षाकृत कम। इसलिए रणनीति राज्यवार सीट और कंपटीशन को ध्यान में रखकर बनाएं।
एडमिट कार्ड और एग्ज़ाम-डे चेकलिस्ट:
- एडमिट कार्ड परीक्षा से कुछ दिन पहले जारी होता है—नाम, फोटो, सिग्नेचर, एग्ज़ाम सिटी/शिफ्ट और रिपोर्टिंग टाइम मिलान कर लें।
- वैध फोटो आईडी (मूल), एडमिट कार्ड का प्रिंट, हालिया फोटो साथ रखें; नाम/जन्मतिथि का मिलान जरूरी है।
- रिपोर्टिंग टाइम पर पहुंचें; बायोमेट्रिक/फ्रिस्किंग के चलते देरी हो सकती है।
- रफ शीट और पेन सेंटर पर मिलते हैं; पर्सनल कैलकुलेटर/इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स अलाउड नहीं।
लास्ट-7-डेज़ प्लान (रियलिस्टिक और स्कोर-ओरिएंटेड):
- दिन 1-2: सेक्शनल मॉक + हर सेक्शन के 2-3 टार्गेटेड टॉपिक्स पर ड्रिल (जैसे Simplification, Inequality, Error Detection)।
- दिन 3-4: फुल-लेंथ मॉक रोज़ 1, उसके बाद डीप एनालिसिस—गलतियों के नोट्स बनाएं और वही टाइप के 20-30 सवाल अतिरिक्त करें।
- दिन 5: स्पीड बिल्ड—कैलकुलेशन ड्रिल (टेबल्स, स्क्वेयर/क्यूब, फ्रैक्शन-टू-पर्सेंटेज), रीडिंग प्रैक्टिस (छोटे एडिटोरियल/आरसी)।
- दिन 6: सेक्शन-वाइज सबसे कमजोर एरिया पर फोकस, आसान पज़ल्स और एक DI सेट की टाइम-ट्रायल।
- दिन 7: लाइट रिविज़न + 1 सेक्शनल मॉक; एग्ज़ाम-डे किट तैयार करें और नींद पूरी लें।
कॉमन मिस्टेक्स जो स्कोर गिराती हैं:
- कठिन पज़ल/DI सेट पर अटकना—2 मिनट में स्ट्रक्चर न बने तो तुरंत छोड़ दें।
- RC में पहले पूरा पैसेज पढ़ना—पहले सवाल स्कैन करें, फिर टार्गेटेड रीडिंग करें।
- कैलकुलेशन में री-चेक नहीं करना—Simplification जैसे सवालों में छोटे एरर्स सबसे ज्यादा मार्क्स खाते हैं।
- हर सवाल में गेस—0.25 कटौती का कंपाउंड इफेक्ट नेट स्कोर खराब करता है।
मेन्स की झलक: फाइनल मेरिट यहीं से बनेगी। पिछले चक्रों में मेन्स में चार सेक्शन रहे हैं—General/Financial Awareness, General English, Quantitative Aptitude, Reasoning Ability & Computer Aptitude—सेक्शनल टाइमिंग के साथ, कुल अवधि आम तौर पर 160 मिनट रहती है और निगेटिव मार्किंग (0.25) जारी रहती है। प्रीलिम्स के मार्क्स फाइनल में नहीं जुड़ते, लेकिन मेन्स के बाद लोकल लैंग्वेज प्रोफिशिएंसी टेस्ट (LPT) अनिवार्य होता है।
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