पहली बार भारत की योजना बना रहे हो? चिंता मत करो, मैं तुम्हें उन जगहों, खाने‑पीने के तरीके और सुरक्षा टिप्स बताऊँगा जो तुम्हारी यात्रा को यादगार बना देंगे। यहाँ हर कदम पर मदद मिलेगी, चाहे तुम दिल्ली की भीड़ में हो या केरल की बगियों में।
भारत विशाल है, पर कुछ जगहें हर विदेशी के लिस्ट में होती हैं। द्रवा‑स्मृति वाले टावर टाइड वाले ताज‑महल, ऊर्जा से भरपूर दिल्ली के लाल किले, और रंग‑बिरंगे गंगे के किनारे वाराणसी। अगर तुम्हें साहसिक पसंद है, तो राजस्थान की रेगिस्तान सफारी या हिमाचल के पहाड़ी रोड ट्रिप पर जाओ। हर राज्य की अपनी ख़ासियत है, इसलिए अपनी समय‑सीमा के हिसाब से चुनो।
भोजन भी एक बड़ा आकर्षण है। दिल्ली के चाट, बिहार के लिट्टी‑ चोखा, केरल का एरियनाई, और दक्षिण भारत की दोसा – सबको चखो। साधारण स्ट्रीट फ़ूड से ही शुरू करो, फिर रेस्टोरेंट में थोड़ी महंगी चीज़ें ट्राय करो। अगर मसाले कम पसंद हैं तो हमेशा “माइल्ड” बताओ, वे समझ जाएंगे।
भले ही भारत में बहुत दोस्ताना लोग हैं, कुछ बेसिक सावधानी अपनाओ। हमेशा पासपोर्ट की कॉपी और फ़ोटोकॉपी रखो, असली दस्तावेज़ सुगंधित बैग में नहीं। स्थानीय टैक्सी या ऑटो के लिए एप्प्स (ओला, उबर) इस्तेमाल करो, इससे फ़र्ज़ी ड्राइवरों से बचेंगे। रात में अकेले नहीं घूमो, खासकर छोटे शहरों में।
पैसे के लिए दो पॉकेट रखें – एक मुख्य, दूसरा छोटा। बड़े नोट्स को छोटे नोट्स में बदलवाओ, इससे छोटे दुकानों में दिक्कत नहीं होगी। इंटरनेट चलाने के लिए प्री‑पेड सिम ले लो; ये सस्ता और सुरक्षित रहता है।
स्वास्थ्य के बारे में भी सतर्क रहो। पानी सिर्फ बोतलबंद पीओ, आइस वाले ड्रिंक्स से बचो। अगर पेट में परेशानी हो तो जल्दी डॉक्टर से संपर्क करो, शहरों में अच्छे हॉस्पिटल हैं। यात्रा बीमा वैकल्पिक नहीं, इसे खरीद लो।
भाषा की बात करूँ तो हिन्दी बहुत आसान है, लेकिन इंग्लिश भी बोली जाती है। अगर तुम डिक्शनरी लेकर चलो तो संवाद आसान होगा। स्थानीय लोगों के साथ थोड़ा‑बहुत बातचीत करो, वे तुम्हें अनछुए जगहों के बारे में बताएँगे।
अंत में, अपने कैमरे को हमेशा साथ रखें लेकिन भीड़ में सावधान रहें। मोबाइल चार्जर, पावर बैंक्स और एडाप्टर को पैक करना न भूलें – भारत के सॉकेट अलग होते हैं।
तो फिर देर किस बात की? अपना बैग पैक करो, वीकेंड पैकेज बुक करो और इन टिप्स को याद रखो। भारत की रंगीन संस्कृति और मेहमान‑नवाज़ी तुम्हारी हर शिकायत को दूर कर देगी। श़ुभ यात्रा!
मेरे ब्लॉग का विषय है "भारत आने पर इतने सारे विदेशी क्यों बीमार हो जाते हैं?"। इसमें मैंने उन कारणों को उजागर किया है जिसके कारण विदेशी यात्री भारत आने पर बीमार हो जाते हैं। चाहे वह खान-पान की समस्या हो, जलवायु में अनुकूलता न होना हो या फिर हमारे पर्यावरण की अलग होने का असर। मैंने इस ब्लॉग में विदेशी यात्रियों के लिए कुछ सुरक्षा उपाय भी सुझाए हैं, जिससे वे अपनी यात्रा का अधिकतम आनंद उठा सकें। इसका मेरा मुख्य उद्देश्य विदेशी यात्रियों की सहायता करना है।