पिछले कुछ महीनों में कैंपसों में एंटी-सीएए विरोध के दौरान हिंसा की खबरें अक्सर सुनी गई हैं। ये घटनाएँ सिर्फ खबर नहीं, बल्कि आम लोगों की रोज़मर्रा की जिंदगी में झंझट बन गई हैं। तो आखिर क्यों ऐसा हो रहा है?
पहला कारण है डर। सीएए को लेकर कई लोगों को भविष्य में अधिकारों के नुकसान का डर रहता है, और इस डर को कुछ समूहों ने बहुत तेज़ी से उबार दिया। दूसरा है misinformation—सोशल मीडिया पर जल्दी‑जल्दी अनजाने में फर्जी जानकारी फैलती है, जिससे गुस्सा बढ़ जाता है। तीसरा, राजनीतिक उकसावा। कुछ नेता और समूह हिंसा को बढ़ावा देकर अपनी ताकत दिखाने की कोशिश करते हैं, जिससे सड़कें और कैंपस जल्दी‑जल्दी लडाई के मोर्चे बनते हैं।
इन कारणों का मिलजुल कर असर छात्रों की पढ़ाई और मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ता है। कई छात्रों ने बताया कि उनके दोस्त या खुद ही डर के मारे कक्षा में ध्यान नहीं लगा पा रहे। कुछ ने तो कैंपस छोड़ दिया, जिससे शिक्षा में व्यवधान पैदा हुआ।
पहला कदम है संवाद। छात्र संघ, प्रोफेसर और प्रशासन को मिलकर खुली चर्चा करनी चाहिए, ताकि हर एक को अपने डर और उम्मीदों को बताने का मौका मिले। दूसरा, प्रोफेशनल काउंसिलिंग। कई कॉलेज ने मानसिक स्वास्थ्य केंद्र खोल रखे हैं—उन्हें इस्तेमाल करना चाहिए, डर को कम करने में मदद मिलती है।
तीसरा, सुरक्षित पर्यवेक्षण। कैंपस में सुरक्षा गार्ड और पुलिस की मौजूदगी होना चाहिए, लेकिन साथ ही उन्हें मानवता से पेश आना चाहिए, ताकि छात्रों को झिंगाड़ा नहीं लगे। चौथा, मीडिया का जिम्मेदार रोल। खबरें जब तथ्य पर आधारित हों और बिना फ़िल्टर के न फेंके जाएँ, तो गुस्सा कम होता है।
अंत में, हर व्यक्ति की ज़िम्मेदारी है कि वह अपने शब्दों और कार्यों को सोच‑समझ कर इस्तेमाल करे। अगर आप किसी को देखेंगे जो हिंसा की ओर बढ़ रहा है, तो तुरंत सुरक्षा अथॉरिटी को बताएं। ऐसा छोटा कदम बड़े नुक़सान को रोक सकता है।
एंटी-सीएए विरोध का मकसद सही मुद्दे उठाना है, न कि हिंसा के माध्यम से डर पैदा करना। समझदारी से काम करके हम सभी मिलकर एक सुरक्षित और शांतिपूर्ण माहौल बना सकते हैं।
अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस और आम आदमी पार्टी लोगों के लिए एंटी-सीएए हिंसाओं के ज़िम्मेदार हैं। उन्होंने कहा कि ये दो पार्टियां हिंसा और अपराध के विरुद्ध के लिए एक सत्यापित प्रतिबद्धता का प्रदान करती हैं। उन्होंने अपने बयान में कहा कि आम आदमी और कांग्रेस के द्वारा किए गए हर एक कार्य को लोगों के लिए सराहनीय बनाने में सक्षम है।